टीम पहल के संयोजन का उद्देश्य एवं नियम

1_समूह का मुख्य लक्ष्य होगा आकस्मिक निधन से अचानक बेसहारा हुए शिक्षक परिवार का सहारा बनकर उन्हें इस ग्रुप से जुड़े साथियों के सहयोग से अधिकतम वित्तीय सहयोग दिलाना ।
2_समूह में जाति , धर्म और राजनीति का कोई स्थान नही होगा और समूह समूह में जुड़ने के अगले दिन से ही समूह के प्रत्येक सदस्य के भविष्य की आर्थिक सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।
3_ समूह का कोई व्यक्तिगत बैंक खाता नहीं होगा और न ही समूह के संचालन के लिए एक भी रुपये का सहयोग भी किसी आम शिक्षक साथी से लिया जाएगा।
4_समूह में केवल प्रतिबद्ध परिषदीय शिक्षको को ही जुड़ने का अधिकार होगा ।
5_ समूह और अपने शिक्षक साथियों के प्रति आपकी प्रतिबद्धता ही आपका निवेश होगा।
6_ ग्रुप का कोई भी साथी स्वयं के खाते में कोई भी धन प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से न ही लेगा और न देगा।
7_ किसी साथी के साथ अप्रिय होने की स्थिति में ग्रुप की वेबसाइट www.teampahal.com और ग्रुप से सम्बन्धित टीम पहल नाम के टेलीग्राम ग्रुप पर उस साथी के नॉमिनी का अकाउंट नंबर और पास बुक की फोटो डाली जाएगी और सहयोग राशि सीधे नॉमिनी के अकाउंट में भेजना अनिवार्य होगा।
8_ सहयोग की राशि न्यूनतम 100 /- रुपये मात्र होगी।
9_ अलग अलग जनपदों में वहाँ कार्यरत सक्रिय 1 या 2 साथी उस जनपद के विभिन्न ब्लाकों में जिम्मेदार सदस्यों की एक टीम बनाकर उस जनपद की सटीक सूचना से अवगत करायेंगे।
10 _ समूह के संचालन पर आने वाले किसी भी व्यय को समूह के संस्थापक मंडल और उनकी टीम सामूहिक रूप से वहन करेगी। आम सदस्य से इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
11_ भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर 75 जिलों के प्रभारियों, ग्रुप की परामर्श समिति ,विधिक समिति, तकनीकी सहायकों, संस्थापक मंडल द्वारा आप सब ग्रुप के सम्मानित सदस्यों की राय के अनुसार सर्वसम्मति से ग्रुप के नियमों में यथोचित संशोधन किया जा सकेगा ।

अंत में पुनः एक बार कहना चाहूँगा कि आपका शिक्षक होना और ग्रुप का प्रतिबद्ध सदस्य होना ही ग्रुप का प्रथम और अंतिम नियम होगा।

तो आइए शुरू करते हैं पहल एक छोटा सा कदम अपनों के लिए।

         
जय हिंद , जय भारत